इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता 8-9 मार्च को आयोजित

 


इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता 8-9 मार्च को आयोजित

“विधि कुंभ: ज्ञान और कौशल समागम” विषय पर होगी प्रतियोगिता

प्रयागराज, 07 मार्च 2025: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विधि संकाय द्वारा 8 और 9 मार्च 2025 को दो दिवसीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता का विषय “विधि कुंभ: ज्ञान और कौशल समागम” रखा गया है, जो महाकुंभ से प्रेरित है। देशभर के विभिन्न विधि संस्थानों से कुल 62 टीमों ने प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण कराया था। मेमोरियल की सावधानीपूर्वक जाँच के बाद, 16 टीमों ने मौखिक दौर के लिए अर्हता प्राप्त की है।

प्रतियोगिता के विभिन्न चरण

प्रतियोगिता को कई चरणों में विभाजित किया गया है:

  • 8 मार्च 2025 को प्रारंभिक दौर, प्रथम एवं द्वितीय चरण, और क्वार्टर फाइनल मुकाबले विधि संकाय में आयोजित किए जाएंगे।
  • 9 मार्च 2025 को सेमीफाइनल मुकाबले विधि संकाय में तथा फाइनल मुकाबला प्रोफेसर ईश्वर टोपा अकादमिक कॉम्प्लेक्स, सीनेट कैंपस में आयोजित होगा।

उद्घाटन समारोह में माननीय न्यायमूर्ति राजेश बिंदल होंगे मुख्य अतिथि

राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह 8 मार्च 2025 को प्रोफेसर ईश्वर टोपा अकादमिक कॉम्प्लेक्स, सीनेट कैंपस में होगा। इस अवसर पर माननीय न्यायमूर्ति राजेश बिंदल, न्यायाधीश, भारत के सर्वोच्च न्यायालय मुख्य अतिथि होंगे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की माननीया कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता करेंगी।

कार्यक्रम की रूपरेखा:

  • स्वागत भाषण: प्रोफेसर आदेश कुमार, संकायाध्यक्ष, विधि संकाय
  • मुख्य अतिथि का संबोधन: माननीय न्यायमूर्ति राजेश बिंदल
  • सेवानिवृत्त प्रोफेसरों का सम्मान: कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव द्वारा
  • धन्यवाद ज्ञापन: मूट कोर्ट सोसाइटी की संयोजिका डॉ. सोनल शंकर

माननीय न्यायमूर्ति राजेश बिंदल का संक्षिप्त परिचय

माननीय न्यायमूर्ति राजेश बिंदल का जन्म 16 अप्रैल 1961 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। उन्होंने 1985 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. की डिग्री प्राप्त की और उसी वर्ष पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की। उन्हें 22 मार्च 2006 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया
इसके बाद, उन्होंने जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय, कलकत्ता उच्च न्यायालय तथा इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। 13 फरवरी 2023 को उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया।

प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश

प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले का मूल्यांकन इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पांच वर्तमान माननीय न्यायाधीश करेंगे:

  1. माननीय न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेंद्र
  2. माननीय न्यायमूर्ति नंद प्रभा शुक्ला
  3. माननीय न्यायमूर्ति सौरभ श्रीवास्तव
  4. माननीय न्यायमूर्ति अजीत कुमार
  5. माननीय न्यायमूर्ति महेश कुमार त्रिपाठी

समापन समारोह 9 मार्च को

9 मार्च 2025 को समापन समारोह में प्रोफेसर आदेश कुमार, संकायाध्यक्ष, विधि संकाय स्वागत भाषण देंगे।
इसके बाद मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति महेश कुमार त्रिपाठी संबोधित करेंगे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की माननीया कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव समारोह की अध्यक्षता करेंगी और इस अवसर पर संबोधन देंगी।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता की आयोजन सचिव डॉ. विजय लक्ष्मी सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ होगा।

University of Allahabad: National Moot Court Competition Valedictory Ceremony on March 9, 2025

प्रतियोगिता से विधि विद्यार्थियों को मिलेगा व्यावहारिक ज्ञान

इस राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का उद्देश्य विधि विद्यार्थियों को न्यायिक प्रक्रिया की व्यावहारिक समझ देना, उनकी शोध क्षमता, कानूनी तर्क और मौखिक प्रस्तुति कौशल को विकसित करना है। इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्र अपने अधिगम को व्यावहारिक रूप में लागू कर सकेंगे और न्यायिक प्रक्रिया को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे।

(रिपोर्ट: विधि संकाय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय)

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