इलाहाबाद विश्वविद्यालय के स्नातक अंकपत्र में बदलाव: क्यूआर कोड और विस्तृत जानकारी के साथ मिलेगा नया प्रारूप

 


इलाहाबाद विश्वविद्यालय के स्नातक अंकपत्र में बदलाव: क्यूआर कोड और विस्तृत जानकारी के साथ मिलेगा नया प्रारूप

इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के स्नातक (यूजी) पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को अब नए प्रारूप में अंकपत्र (मार्कशीट) मिलेगा। इस नए अंकपत्र में विद्यार्थियों की हर उपलब्धि को दर्ज किया जाएगा, जिससे उनके कॅरियर में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि यह बदलाव विद्यार्थियों के हित में होगा और उनकी प्रामाणिकता को सत्यापित करने की प्रक्रिया को आसान बनाएगा।

मार्कशीट में क्या होंगे बदलाव?

1. क्यूआर कोड की सुविधा

नए अंकपत्र में क्यूआर कोड जोड़ा जाएगा, जिससे विद्यार्थियों की जानकारी को डिजिटल रूप से सत्यापित किया जा सकेगा। इससे मार्कशीट की प्रमाणिकता की जांच सरल होगी और फर्जी दस्तावेजों पर रोक लगेगी।

2. पेपर संख्या की जगह विषय विवरण

अब तक मार्कशीट में पेपर के लिए संख्याएं दी जाती थीं, लेकिन नए प्रारूप में प्रश्नपत्र का पूरा विवरण दिया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को अपने विषयों की अधिक स्पष्ट जानकारी प्राप्त होगी।

3. भारत सरकार द्वारा जारी एबीसी और अपार आईडी का विवरण

मार्कशीट में शैक्षणिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC) और अपार विशिष्ट आईडी (Unique ID) का विवरण भी शामिल किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा और नौकरियों के लिए आवेदन में सहूलियत मिलेगी।

4. वर्टिकल डिजाइन में होगी नई मार्कशीट

नए अंकपत्र की डिजाइन वर्टिकल (लंबवत) होगी। इससे मार्कशीट अधिक आकर्षक और व्यवस्थित दिखेगी।

5. समर्थ पोर्टल पर उपलब्ध होगी मार्कशीट

मार्कशीट को समर्थ पोर्टल पर भी अपलोड किया जाएगा। इससे विद्यार्थी ऑनलाइन भी अपनी मार्कशीट को एक्सेस कर सकेंगे।

6. फर्जीवाड़े पर रोक

नए डिज़ाइन और क्यूआर कोड की सुविधा से फर्जीवाड़े और स्कैमर्स को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। डिजिटल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया से मार्कशीट में छेड़छाड़ करना मुश्किल होगा।

7. परीक्षा की विस्तृत जानकारी

नए अंकपत्र में परीक्षा से जुड़ी विस्तृत जानकारी होगी, जिससे विद्यार्थियों को अपने परीक्षा परिणाम को बेहतर तरीके से समझने में आसानी होगी।

मार्कशीट में बदलाव से क्यों रुकी हुई हैं डिग्रियां?

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नए प्रारूप में मार्कशीट तैयार करने की प्रक्रिया के कारण शैक्षणिक सत्र 2024-25 के स्नातक पाठ्यक्रमों के कई विद्यार्थियों को अभी तक मार्कशीट नहीं मिली है। प्रशासन जल्द ही इसे उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है।


स्नातक की वार्षिक परीक्षाएं 18 मार्च से दो पालियों में होंगी शुरू

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों की वार्षिक परीक्षाएं 18 मार्च से प्रारंभ होकर 21 मई 2025 तक चलेंगी। इस बार परीक्षाएं दो पालियों में आयोजित की जाएंगी—

  • सुबह: 7:00 बजे से 10:00 बजे तक
  • दोपहर: 2:30 बजे से 5:30 बजे तक

विभिन्न पाठ्यक्रमों की परीक्षा तिथियां

  • बीकॉम अंतिम वर्ष और बीएससी फैमिली एंड कम्युनिटी साइंस (होम साइंस) द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं 29 मार्च तक दोपहर 2:30 से 5:30 बजे तक चलेंगी।
  • बीए द्वितीय वर्ष और बीएससी द्वितीय वर्ष की परीक्षा 2 अप्रैल से 17 मई तक होगी।
  • बीकॉम प्रथम वर्ष की परीक्षा 3 अप्रैल से 15 अप्रैल तक होगी।
  • बीकॉम द्वितीय वर्ष की परीक्षा 2 अप्रैल से 15 अप्रैल तक होगी।
  • बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा 2 अप्रैल से 20 मई तक चलेगी।
  • बीएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा 4 अप्रैल से 20 मई तक आयोजित की जाएगी।
  • बीएससी फैमिली एंड कम्युनिटी साइंस तृतीय वर्ष की परीक्षाएं 19 और 20 मार्च को होंगी।

40,000 से अधिक विद्यार्थी होंगे शामिल

इन परीक्षाओं में 40,000 से अधिक विद्यार्थी भाग लेंगे, जो विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर और उससे संबद्ध कॉलेजों में पढ़ते हैं।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय का नया अंकपत्र प्रारूप विद्यार्थियों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा। क्यूआर कोड, डिजिटल सत्यापन और विस्तृत जानकारी जैसी सुविधाओं से छात्रों को अपने अकादमिक रिकॉर्ड को संभालने में मदद मिलेगी। वहीं, वार्षिक परीक्षाएं नियत समय पर आयोजित की जा रही हैं, जिससे विद्यार्थियों को समय पर अपने परिणाम मिल सकें।

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