इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम की मंजूरी

 


इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम की मंजूरी

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के तहत लागू होगा नया कोर्स

इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के शैक्षिक सत्र 2025-26 से स्नातक की पढ़ाई अब चार वर्षों की होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के तहत पाठ्यक्रमों को नया स्वरूप दिया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण निर्णय को शुक्रवार को कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में नार्थ हॉल में हुई कार्य परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से स्वीकृति दी गई।

नई व्यवस्था के लिए पाठ्यक्रम और मूल्यांकन पैटर्न तैयार

पीआरओ प्रो. जया कपूर ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय प्रशासन नई व्यवस्था से जुड़े पाठ्यक्रम (सिलेबस) और मूल्यांकन (इवैल्यूएशन) पैटर्न को तैयार कर रहा है। जल्द ही इसे अंतिम मंजूरी के लिए विद्वत परिषद (एकेडमिक काउंसिल) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। इस बदलाव से छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रणाली का लाभ मिलेगा और वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों के अनुरूप अध्ययन कर सकेंगे।

गणित विभाग में पांच असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति

बैठक में गणित विभाग के लिए शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत लिफाफा खोला गया, जिसमें असिस्टेंट प्रोफेसर पदों के लिए पांच शिक्षकों की नियुक्ति को मंजूरी दी गई। चयनित शिक्षकों के नाम इस प्रकार हैं:

  1. हरेंद्र सिंह
  2. स्वराज पॉल
  3. सचिन पाठक
  4. राजकुमार मौर्य
  5. मनीकांदन एस

हालांकि, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पदों के लिए योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल सके।

कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत पदोन्नति

कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के अंतर्गत गणित विभाग के दो शिक्षकों को पदोन्नति दी गई।

  • डॉ. अविनाश कुमार चतुर्वेदी
  • डॉ. सपना देवी

इन दोनों को असिस्टेंट प्रोफेसर स्टेज-3 से एसोसिएट प्रोफेसर स्टेज-4 पर पदोन्नत किया गया है।

ऊर्दू विभाग की भर्ती प्रक्रिया स्थगित

बैठक में ऊर्दू विभाग की चयन समिति के लिफाफे किसी कारणवश नहीं खोले गए। इस विषय पर आगे निर्णय लिया जाएगा।

डिप्टी रजिस्ट्रार पद पर देवेश गोस्वामी की नियुक्ति

नॉन-टीचिंग स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया के तहत देवेश गोस्वामी को डिप्टी रजिस्ट्रार के पद पर नियुक्त किया गया है।

एमटीएस भर्ती में 137 कर्मचारियों को नियुक्ति

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में गैर-शिक्षकीय पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कार्य परिषद ने 137 कर्मचारियों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी, जिनमें शामिल हैं:

  • 98 एमटीएस (मल्टी-टास्किंग स्टाफ)
  • 39 स्किल्ड एमटीएस

पीआरओ ने बताया कि कुलपति के कार्यकाल में अब तक शिक्षकों के 567 स्वीकृत पदों में से लगभग 360 शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है। इसके अलावा, कर्मचारियों समेत कुल 1100 नियुक्तियां पूरी हो चुकी हैं।

नए शिक्षक भर्ती विज्ञापन का रास्ता साफ

बैठक में रेशनलाइजेशन कमेटी और रोस्टर कमेटी की बैठक के प्रस्ताव को एकेडमिक काउंसिल की स्वीकृति के बाद कार्य परिषद ने भी हरी झंडी दे दी है। इसके चलते अब विश्वविद्यालय में नए शिक्षक भर्ती विज्ञापन जारी किए जा सकेंगे।

नई पेंशन योजना के तहत ग्रेच्युटी मिलेगी

कार्य परिषद की बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि नई पेंशन योजना (NPS) के अंतर्गत आने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को भी ग्रेच्युटी का लाभ मिलेगा। पहले यह सुविधा केवल पुरानी पेंशन योजना के तहत आने वालों को मिलती थी।

शिक्षकों की परिवीक्षा अवधि अब एक वर्ष

शिक्षकों की परिवीक्षा (प्रोबेशन) अवधि को भी दो वर्षों से घटाकर एक वर्ष कर दिया गया है। इस फैसले से शिक्षकों को जल्दी स्थायी होने का लाभ मिलेगा और वे अधिक आत्मविश्वास के साथ अपने कार्यों में संलग्न हो सकेंगे।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बड़ा बदलाव होने जा रहा है। चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम, शिक्षक व कर्मचारी नियुक्ति और पेंशन योजना में संशोधन जैसे निर्णय विश्वविद्यालय के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे।

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