महाकुंभ भगदड़ में 45 से 50 मौतें: करीब 30 शव परिजनों को सौंपे गए; प्रयागराज में अब भी 9 करोड़ लोग, सभी एंट्री पॉइंट बंद


प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। इस हादसे में अब तक 45-50 लोगों की मौत हो चुकी है। 170 से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वालों की संख्या भी बढ़ सकती है।

समाचार रिपोर्टर सृष्टि मेडिकल कॉलेज पहुंचीं, जहां हादसे में मारे गए लोगों के शव रखे गए थे। उन्होंने 30 शव गिने। यहां आखिरी डेडबॉडी पर 40 नंबर लिखा हुआ था।

इससे पहले मेडिकल कॉलेज में 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए गए थे। फिर मेले से 8-10 एंबुलेंस से कुछ और शवों को लाया गया। इन्हें मिलाकर करीब 30 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। वे उन्हें लेकर चले भी गए हैं। प्रयागराज में एंट्री करने वाले 8 पॉइंट- भदोही, चित्रकूट, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, मिर्जापुर बॉर्डर को बंद कर दिया गया है।

इधर, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर हादसे के 14 घंटे बाद भी कोई जानकारी नहीं दी। PM मोदी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है। उन्होंने कहा-

मैं उत्तर प्रदेश सरकार के साथ निरंतर संपर्क में हूं। करोड़ों श्रद्धालु आज वहां पहुंचे हैं, कुछ समय के लिए स्नान की प्रक्रिया में रुकावट आई थी, लेकिन अब कई घंटों से सुचारू रूप से लोग स्नान कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा-श्रद्धालु संगम पर ही स्नान करने की न सोचें। गंगा हर जगह पवित्र है, वे जहां हैं उसी तट पर स्नान करें।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि वीआईपी कल्चर और सरकार की बदइंतजामी के कारण भगदड़ मची। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- महाकुंभ को सेना के हवाले कर देना चाहिए।

भगदड़ की 2 प्रमुख वजहें

अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इस कारण संगम पर लाखों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। इस दौरान बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देखकर भगदड़ मच गई।

संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी से वापस जा रहे थे। ऐसे में जब भगदड़ मची तो भागने का मौका नहीं मिला। वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए।

हादसे के बाद 70 से ज्यादा एम्बुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज से सटे जिलों में श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है। वहां प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है।

39 नंबर का टैग लगी डेडबॉडी को एंबुलेंस से अपने घर ले जाते परिजन।

39 नंबर का टैग लगी डेडबॉडी को एंबुलेंस से अपने घर ले जाते परिजन।

महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है। इसके चलते करीब 9 करोड़ श्रद्धालु शहर में मौजूद हैं। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर बुधवार देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है।

इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।

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