कुम्भ क्षेत्र में समाजसेवा करेंगे इविवि के स्वयंसेवक
इलाहाबाद विश्विविद्यालय के स्वयंसेवकों के दल को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना
प्रयागराज। राष्ट्रीय सेवा योजना, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के स्वयंसेवक महाकुम्भ में आए आगंतुकों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों, दर्शनार्थियों, स्नानार्थियों की सेवा में लगेंगे। इविवि के स्वयंसेवक कुंभ क्षेत्र में लोगों को स्नान हेतु स्थान मार्गदर्शन, खोए हुए व्यक्तियों को अपनों से मिलाने, दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को प्राथमिक चिकित्सा हेतु चिकित्सा शिविर तक पहुंचाने आदि कार्यों में अपना योगदान देंगे। आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी और सेवा कार्य के लिए इलाहाबाद विश्विविद्यालय के स्वयंसेवकों के दल को शुक्रवार को कुलसचिव प्रो. आशीष खरे, कुलानुशासक प्रो. राकेश सिंह, प्रो. आशीष सक्सेना और राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. राजेश कुमार गर्ग ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर कुलसचिव प्रो. आशीष खरे ने कहा कि आपदा प्रबन्धन और सेवा में नवयुवकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. आशीष सक्सेना ने कहा कि सेवा कार्य पूर्ण मनोयोग पूर्वक करना चाहिय। मुख्य कुलानुशासक प्रो. राकेश सिंह ने कहा कि सेवा परम धर्म है। विवि के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. राजेश कुमार गर्ग ने कहा कि पुण्य सलिला मां गंगा और अमृत सलिला मां यमुना के साथ, नीर क्षीर विवेकप्रदायिनी अदृश्य सरस्वती के पावन संगम, समुद्र मन्थन से उदभूत अमृत के सबसे वरेण्य महत्त्ववत्ता वाले तीर्थराज प्रयाग में महाकुम्भ के अवसर पर सेवा सौभाग्य का कार्य है। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मनीष गौतम ने अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन किया।
उल्लेखनीय है कि अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण लखनऊ के निर्देश पर जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण प्रयागराज द्वारा आपदा से बचाव हेतु 1000 राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को चिन्हित कर उन्हें किट (हाफ जैकेट,सीटी और टार्च) प्रदान कर आपदा में सहयोग के लिये तैयार किया गया है। स्वयंसेवक उत्साहित हैं और किसी भी आपदा में सेवा कार्य के लिये तैयार हैं।
समाजसेवा हेतु रवाना: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवक महाकुंभ में श्रद्धालुओं, पर्यटकों और दर्शनार्थियों की सेवा करेंगे।
सेवा कार्य: स्नान स्थल का मार्गदर्शन, खोए हुए व्यक्तियों को उनके परिवार से मिलाना, दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को प्राथमिक चिकित्सा तक पहुंचाना।
दल रवाना: कुलसचिव प्रो. आशीष खरे, मुख्य कुलानुशासक प्रो. राकेश सिंह, और अन्य अधिकारियों ने स्वयंसेवकों के दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
महत्वपूर्ण संदेश: कुलसचिव ने कहा कि आपदा प्रबंधन और सेवा कार्य में युवाओं की अहम भूमिका है।
कार्यक्रम समन्वयक का संदेश: राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रो. राजेश कुमार गर्ग ने संगम तीर्थराज में सेवा को सौभाग्य बताया।
विशेष प्रशिक्षण: उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा 1000 स्वयंसेवकों को चिन्हित कर किट (हाफ जैकेट, सीटी, टॉर्च) प्रदान की गई।
उत्साह और समर्पण: स्वयंसेवक किसी भी आपदा में सेवा कार्य के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
स्वागत और धन्यवाद: कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मनीष गौतम ने अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन किया।
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