SWAYAM पर 'दृश्य-श्रव्य माध्यम लेखन' पाठ्यक्रम की शुरुआत
स्ट. जेवियर्स कॉलेज कोलकाता द्वारा निशुल्क 12-सप्ताह का ऑनलाइन पाठ्यक्रम।
पंजीकरण शुरू, सत्र 6 जनवरी 2025 से।
Free Online Course on Audio-Visual Media Writing Launched by SWAYAM in Collaboration with St. Xavier's College Kolkata
Key Highlights:
Course Start Date: January 6, 2025
Duration: 12 weeks
Credits: 4
Focus: Writing for Radio, Television, and Cinema
Registration Open on the SWAYAM platform
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के शिक्षक डॉ. रवि सूर्यवंशी ने ‘ऑडियो-विज़ुअल या दृश्य-श्रृव्य माध्यम लेखन पर ऑनलाइन कोर्स तैयार किया है जिसमें जनवरी 2025 से निःशुल्क पंजीकरण शुरू होगा। यह कोर्स यूजीसी के स्वयं पोर्टल के जरिए ऑनलाइन संचालित किया जाएगा। इसमें पंजीकरण 28 फ़रवरी तक खुले रहेंगे और बारह सप्ताह का कोर्स 30 अप्रैल तक संचालित होगा।
इलाहाबाद विश्वविद्यालयडॉ. रवि सूर्यवंशी ने बताया कि हिंदी भाषा में चार क्रेडिट का यह कोर्स रेडियो, टेलीविजन और सिनेमा से जुड़े लेखन पर केंद्रित है। इसे भाषाई प्रयोग और रचनात्मक लेखन को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इससे विद्यार्थी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और फ़िल्म लेखन की बुनियादी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इससे पहले अंग्रेज़ी भाषा में कोर्स तो थे पर हिंदी भाषा में कमी थी।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय इस पाठ्यक्रम के तहत छात्रों को 40 वीडियो लेक्चर और पाठ्यसामग्री उपलब्ध होगी। लेक्चर को शिक्षाविदों और मीडिया विशेषज्ञों ने तैयार किया है। टीवी और सिनेमा जगत से जुड़े विशेषज्ञों और लेखकों के वीडियो भी कोर्स में दिए जाएंगे। कोर्स के लिए यूजीसी की संस्था सीईसी की ओर से अनुदान प्राप्त होगा और प्रोडक्शन में सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता की सहायता मिलेगी।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय
ऑडियो-विज़ूअल लेखन पर हिंदी का पहला निःशुल्क पाठ्यक्रम होगा शुरू
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शिक्षक डा. रवि सूर्यवंशी ने स्वयं प्लेटफार्म के लिए पाठ्यक्रम किया तैयार
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल की है। नया कीर्तिमान बनाना है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के शिक्षक डा. रवि सूर्यवंशी द्वारा ‘दृश्य-श्रृव्य माध्यम लेखन’ एक ऑनलाइन कोर्स शुरु किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम में पंजीकरण जनवरी 2025 से प्रारम्भ हो जाएंगे। पंजीकरण लिंक https://onlinecourses.swayam2.ac.in/cec25_lg06/preview है।
यूजीसी के शैक्षिक संचार संकाय (सी.ई.सी.) की ओर से इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. रवि सूर्यवंशी का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया है। ये कोर्स यूजीसी के स्वयं (SWAYAM) पोर्टल के अंतर्गत ऑनलाइन संचालित किया जाएगा, जिसमें पंजीकरण पूरी तरह से निःशुल्क है।
इस पाठ्यक्रम के तहत छात्रों को 40 वीडियो लेक्चर और पाठ्य सामग्री उपलब्ध होंगे। इन लेक्चर को देश के विख्यात शिक्षाविद और मीडिया विशेषज्ञों ने तैयार किया है। इसके अलावा टीवी और सिनेमा जगत से जुड़ी कुछ नामचीन हस्तियों और लेखकों के वीडियो भी कोर्स में दिए जाएंगे।
इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए डॉ. रवि सूर्यवंशी ने कहा कि हिंदी भाषा में चार क्रेडिट का यह कोर्स रेडियो, टेलीविजन और सिनेमा से जुड़े लेखन पर केंद्रित है। बारह सप्ताह के इस कार्यक्रम को ऑडियो-विज़ुअल माध्यम में भाषाई प्रयोग और रचनात्मक लेखन को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इससे विद्यार्थी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और फ़िल्म लेखन की बुनियादी जानकारी प्राप्त कर सकेगा।
इस कोर्स के लिए यूजीसी की संस्था सी.ई.सी. की ओर से अनुदान प्राप्त होगा और साथ ही सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता की प्रोडक्शन में सहायता उपलब्ध होगी। इस तरह का यह पहला कोर्स होगा जो इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के शिक्षक की ओर से संचालित किया जा रहा है।
यह कोर्स 30 अप्रैल तक प्रसारित किया जाएगा, जबकि इसमें पंजीकरण 28 फ़रवरी तक खुले रहेंगे। बारह हफ़्तों का अपनी तरह का यह पहला कोर्स है, जो हिंदी में इलेक्ट्रोनिक मीडिया और फ़िल्म की जानकारी देगा। इससे पहले अंग्रेज़ी भाषा में कोर्स तो थे पर हिंदी भाषा में कमी थी। इससे हिंदी भाषी राज्यों में रहने वाले उन तमाम छात्रों को मदद मिलेगी, जो मीडिया इंडस्ट्री में जाना चाहते हैं। मीडिया के क्षेत्र में कैरियर बनाने की सोच रहे विद्यार्थियों के लिए अपने कैरियर विस्तार और कौशल विकास में यह कोर्स सहायक होगा।
मिलेंगे रोजगारपरक के अवसर
पाठ्यक्रम संचालक डा. रवि सूर्यवंशी ने बताया कि स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए ‘दृश्य-श्रव्य माध्यम लेखन’ का हिंदी भाषा में यह पाठ्यक्रम प्रस्तुत है। चार क्रेडिट का यह पाठ्यक्रम रेडियो, टेलीविजन और सिनेमा जैसे प्रमुख जनसंचार माध्यमों के विविध पक्षों पर केंद्रित है। यह कार्यक्रम दृश्य-श्रव्य माध्यमों की वर्तमान स्थिति, उसमें प्रस्तुति के तरीके, भाषाई प्रयोग और रचनात्मक लेखन विधा को ध्यान में रखते हुए निर्मित किया गया है। इस पाठ्यक्रम की संरचना को इस प्रकार तैयार किया गया है ताकि विद्यार्थी जनसंचार माध्यमों के बारे में मूलभूत जानकारी प्राप्त कर सकें। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से आप विविध कार्यक्रमों के स्वरूप और उसमें अभिव्यक्ति के नानाविध प्रकारों को भलीभांति समझ सकेंगे। 40 वीडियो व्याख्यानों तथा सहायक अध्ययन सामग्री पर आधारित यह ऐसा सारगर्भित पाठ्यक्रम है जो आपको जनसंचार माध्यमों की मूल प्रकृति को समझने के साथ-साथ व्यवसाय निर्माण की दिशा में भी सहयोगी हो सकेगा।
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