BHU-affiliated Colleges Seek 100 PhD Seats
Colleges Urge BHU for Expanded PhD Seat Allotment Based on Faculty Strength
Principals Meet to Discuss Expansion of PhD Research Opportunities in BHU Colleges
BHU-Affiliated Colleges Seek Approval for 100 Research Seats
Varanasi, Senior Correspondent
Affiliated colleges of Banaras Hindu University (BHU) have collectively requested the allocation of 100 PhD seats. During a meeting held on Saturday with the Controller of Examinations, Prof. N.K. Mishra, and Additional Controller Prof. G.P. Singh, colleges presented their demands based on available resources and faculty strength. Following the discussion, the examination department forwarded this proposal to all relevant departments of the university.
PhD Opportunities in Affiliated Colleges
In a recent Academic Council (Vidwat Parishad) meeting on November 5, it was decided that affiliated colleges would now be permitted to offer PhD programs across various disciplines, provided they have the necessary resources. The Controller of Examinations was designated as the in-charge for facilitating this initiative. On Saturday, a meeting was convened with principals of affiliated colleges to discuss their needs, where they collectively requested about 100 seats for research scholars. The proposal has been sent to respective departments, and after review by departmental research committees, the structure of the research courses and seat allocation will be finalized.
Expansion of Research Seats
In a significant policy change, the Academic Council decided that faculty members from affiliated colleges will also be able to supervise PhD students. Additionally, affiliated colleges will be responsible for managing scholarships for research scholars. Until now, these colleges were limited to supervising a maximum of five PhD candidates per session, but this cap is expected to increase to 25 seats.
Student Demands for Revised Interview Process
BHU-affiliated colleges include Vasanta College for Women (Rajghat), Vasanta Kanya Mahavidyalaya (Kamachha), DAV PG College, and Arya Mahila PG College. Student organizations have urged BHU to revise its interview process for non-NET research candidates. Currently, five candidates are called for an interview for every available seat. Students have requested that all eligible candidates be allowed to appear for interviews. The Controller of Examinations has assured students that this demand will be communicated to higher authorities for consideration.
1. College Faculty Can Now Supervise PhD Scholars: As per the decision made in the Academic Council meeting, faculty members from affiliated colleges are now authorized to supervise PhD students.
2. Colleges Responsible for Scholarships: Affiliated colleges will now have to arrange scholarships for their PhD research scholars.
3. Increase in PhD Seat Capacity: The previous limit of five PhD scholars per session in affiliated colleges will be increased to 25.
List of Affiliated Colleges: The BHU-affiliated colleges include:
Vasanta College for Women, Rajghat
Vasanta Kanya Mahavidyalaya, Kamachha
DAV PG College
Arya Mahila PG College
5. Student Demand for Changes in Interview Process: Student organizations have requested BHU to revise its interview process for non-NET research candidates.
6. Current Interview Provision: Currently, one PhD seat allows for five non-NET candidates to be interviewed.
7. Call for Inclusive Interview Policy: Students are demanding that all eligible candidates be called for interviews rather than restricting it to just five per seat.
8. Assurance from Examination Controller: The Controller of Examinations has assured that this demand will be forwarded to higher authorities for consideration.
बीएचयू संबद्ध कॉलेजों में पीएचडी की सीटें बढ़ाने का निर्णय
विद्वत परिषद की बैठक में कॉलेज शिक्षकों को पीएचडी कराने की मिली मंजूरी
बीएचयू कॉलेजों को अब शोध छात्रों की फेलोशिप की जिम्मेदारी निभानी होगी
बीएचयू के संबद्ध कॉलेजों ने 100 शोध सीटों की मांग की
वसंत महिला महाविद्यालय और डीएवी कॉलेज में बढ़ेंगी पीएचडी सीटें
छात्र संगठनों ने बीएचयू से शोध इंटरव्यू प्रक्रिया में सुधार की मांग की
परीक्षा नियंता ने छात्रों की मांग उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का दिया आश्वासन
बीएचयू से संबद्ध महाविद्यालयों ने पीएचडी के लिए सौ सीटें मांगी हैं। शनिवार को परीक्षा नियंता प्रो. एनके मिश्रा और अपर परीक्षा नियंता प्रो. जीपी सिंह के साथ हुई बैठक में कॉलेजों ने अपने यहां उपलब्ध संसाधनों और शिक्षकों की संख्या के अनुसार मांग रखी। परीक्षा विभाग की तरफ से विश्वविद्यालय के सभी विभागों को यह प्रस्ताव भेजा दिया गया है। बीते पांच नवंबर को हुई बीएचयू विद्वत परिषद (एकेडमिक काउंसिल) की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि उपलब्ध संसाधनों के अनुसार अब संबद्ध कॉलेज भी विभिन्न विषयों में पीएचडी कराए जाएंगे। इसके लिए परीक्षा नियंता को कॉलेजों का प्रभारी बनाया गया था। शनिवार को परीक्षा विभाग में संबंद्ध कॉलेज के प्राचार्यों के साथ बैठक की गई। कॉलेजों की तरफ से शोध के लिए लगभग सौ सीटें मांगीं गईं। परीक्षा नियंता ने प्राचार्यों से चर्चा के बाद इस प्रस्ताव को संबंधित विभागों को भेज दिया है। विभागीय शोध कमेटी की बैठक में संबद्ध कॉलेजों के प्रस्ताव को अनुमति मिलने के बाद शोध पाठ्यक्रम की संरचना और सीटें तय की जाएंगी।
विद्वत परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया था कि कॉलेज के शिक्षक भी पीएचडी करा सकेंगे। शोधछात्रों की अध्येतावृत्ति का प्रबंध भी कॉलेज को करना होगा। अब तक संबद्ध कॉलेजों को एक सत्र में सिर्फ पांच छात्रों को पीएचडी कराने की अनुमति थी। अब यह सीटें बढ़कर 25 हो जाएंगी। बीएचयू से संबद्ध कॉलेजों में वसंत महिला महाविद्यालय राजघाट, वसंत कन्या महाविद्यालय कमच्छा, डीएवी पीजी कॉलेज और आर्यमहिला पीजी कॉलेज शामिल हैं। छात्र संगठनों ने बीएचयू से मांग की कि बीएचयू की तरफ से नॉन नेट शोध अभ्यर्थियों के इंटरव्यू की व्यवस्था बदली जाए। फिलहाल नॉन नेट इंटरव्यू के लिए एक सीट पर पांच छात्रों को बुलाने का प्रावधान है। छात्रों की मांग थी कि सभी छात्रों को इंटरव्यू के लिए कॉल किया जाए। परीक्षा नियंता ने छात्रों की इस मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है।
1. विद्वत परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि अब कॉलेज के शिक्षक भी पीएचडी करा सकेंगे।
2. शोध छात्रों की अध्येतावृत्ति (फेलोशिप) का प्रबंध संबद्ध कॉलेजों को खुद करना होगा।
3. अब तक बीएचयू से संबद्ध कॉलेजों को प्रति सत्र केवल 5 छात्रों को पीएचडी कराने की अनुमति थी, जिसे बढ़ाकर 25 कर दिया जाएगा।
4. बीएचयू से संबद्ध कॉलेजों में वसंत महिला महाविद्यालय (राजघाट), वसंत कन्या महाविद्यालय (कमच्छा), डीएवी पीजी कॉलेज और आर्य महिला पीजी कॉलेज शामिल हैं।
5. छात्र संगठनों ने बीएचयू से नॉन-नेट शोध अभ्यर्थियों के इंटरव्यू की प्रक्रिया में बदलाव की मांग की।
6. वर्तमान व्यवस्था के तहत नॉन-नेट इंटरव्यू के लिए एक सीट पर 5 छात्रों को बुलाया जाता है।
7. छात्रों की मांग है कि सभी योग्य अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाए।
8. परीक्षा नियंता ने छात्रों की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है।
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